चंद्रयान-3 का चन्द्रमा पर सफलतापूर्वक लैंडिंग, करेगा ये काम
चंद्रयान-3 भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो का तीसरा चंद्रमा मिशन है।
जिसका लक्ष्य चंद्रमा के सतह पर एक लैंडर और रोवर को स्थापित करना है
लैंडर के अन्दर एक छोटा रोवर है , जिसका वजन सिर्फ 26 किलोग्राम (57 पाउंड) है
चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त, 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में सॉफ्ट लैंडिंग पूरी की।
लिफ्टऑफ़ से लेकर टचडाउन तक चंद्रयान-3 को चंद्रमा की सतह पर स्थापित करने में लगभग 40 दिन लगे।
यह मिशन 14 जुलाई को भारत के LVM3 रॉकेट के प्रक्षेपण के साथ शुरू हुआ
चंद्रयान -3 के लैंडिंग के बाद, लैंडर का एक साइड पैनल खुल जाएगा
जिससे रोवर के निकलने के लिए एक रास्ता बन जाएगा।
रोवर लैंडर के पेट से निकलेगा, रैंप से नीचे जाएगा और चंद्रमा के वातावरण की खोज शुरू करेगा।
सौर ऊर्जा से संचालित लैंडर और रोवर के पास अपने परिवेश का अध्ययन करने के लिए लगभग दो सप्ताह का समय होगा
रोवर केवल लैंडर के साथ संचार कर सकता है, जिसे सीधा ISRO के ऑफिस से संचालित किया जायेगा